इन पांच सरल विधियों से करे नकली एवं मिलावटी उर्वरकों की पहचान

वर्तमान समय में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता ज्यादा है, अतः रासायनिक उर्वरकों की मांग ज्यादा लेकिन आपूर्ति कम है। परिणाम स्वरूप कई बार विक्रेताओं द्वारा किसानों को नकली या मिलावटी उर्वरकों की बिक्री कर दी जाती है, जिससे फसलों पर यथोचित परिणाम देखने को नहीं मिल पाता है और किसान भाइयों को भारी नुकसान का वहन करना पड़ता है। किसान भाइयों के बीच प्रचलित उर्वरकों में से यूरिया, डीएपी, म्यूरेट ऑफ पोटाश, जिंक सल्फेट मिलावटी रूप में बाजार में उतारे जाते हैं। खरीदारी करते समय किसान भाई सर्वप्रथम इसकी जांच बताए गए निम्न सरल विधि से कर सकते हैं। उर्वरक नकली पाए जाने पर इसकी पुष्टि किसान सेवा केंद्रों पर उपलब्ध टेस्टिंग किट से की जा सकती है।  टेस्टिंग किट किसान सेवा केंद्रों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में विधिक कार्यवाही किए जाने हेतु इसकी सूचना जनपद के उप कृषि निदेशक (प्रसार)/जिला कृषि अधिकारी एवं कृषि निदेशक को दी जा सकती है।

उर्वरक में मिलावट

उर्वरकों में मिलावट प्रायः दो प्रकार से की जाती है-

1.सस्ते उर्वरक को मंहगे उर्वरक में मिलाना।
2.उर्वरक विहीन पदार्थों को (बालू, नमक, राख इत्यादि) को असली उर्वरक में मिलाना।

मुख्य उर्वरक में निम्न प्रकार की मिलावट की संभावनाएं होती है।

1.यूरिया - साधारण नमक
2. डीएपी - सिंगल सुपर फास्फेट (दानेदार) या रॉक फास्फेट
3. सिंगल सुपर फास्फेट - बालू, राख, जिप्सम की गोलियां
4. जिंक सल्फेट - मैग्नीशियम सल्फेट
5. कॉपर सल्फेट - बालू , साधारण नमक
6. फेरस सल्फेट - बालू , साधारण नमक
7. म्यूरेट ऑफ पोटाश - बालू , साधारण नमक
8. एन पी के - सिंगल सुपर फास्फेट (दानेदार), रॉक फास्फेट, जिप्सम, सस्ती एनपीके (गोली)

नकली उर्वरकों की पहचान विधि

1.उर्वरक का नाम - यूरिया


पहचान विधि-

  • सफेद चमकदार लगभग समान आकार के गोल दाने
  • पानी में पूर्णतया घुलनशील तथा गोल छूने पर शीतल अनुभूति
  • गर्म तवे पर रखने से पिघल जाता है और आंच तेज करने पर कोई अवशेष नहीं बचता यदि, अवशेष बच रहा तो उसमें मिलावट की गई है।

2.उर्वरक का नाम - डी. ए .पी


पहचान विधि-

  • यह सख़्त,दानेदार,भुरा, काला,बादामी रंग से युक्त, नाखूनों से आसानी से नहीं टूटता।
  •  डी. ए .पी के कुछ दाने को लेकर तम्बाकू की तरह उसमें चुना मिलाकर मलने पर तीक्ष्ण गंध निकलती है, जिसे सूंघना असह हो जाता है।
  • तवे पर धीमी आंच पर गर्म करने पर दाने फूल जाते हैं।

3.उर्वरक का नाम - सुपर फास्फेट


पहचान विधि-

  • यह सख़्त,दानेदार,भुरा, काला,बादामी रंग से युक्त, नाखूनों से आसानी से नहीं टूटने वाला उर्वरक है। यह चूर्ण के रूप में भी उपलब्ध होता है।
  • इस दानेदार उर्वरक को यदि गरम किया जाए तो इसके दाने फूलते नहीं हैं, जबकि डी. ए .पी  व अन्य कॉम्प्लेक्स के दाने फूल जाते हैं। इस प्रकार इसकी मिलावट की पहचान आसानी से कर सकते हैं।

4.उर्वरक का नाम - जिंक सल्फेट


पहचान विधि-

  • इसके दाने हल्के सफेद पीले तथा भूरे बारीक कण के आकार के होते हैं।
  • जिंक सल्फेट में  मैग्नीशियम सल्फेट प्रमुख मिलावटी रसायन है। भौतिक रूप से समानता के कारण नकली असली की पहचान कठिन होती है।
  • डी. ए .पी के घोल में जिंक सल्फेट के घोल को मिलाने पर थक्केदार घना अवक्षेप बन जाता है। मैग्नीशियम सल्फेट के साथ ऐसा नहीं होता है।
  • जिंक सल्फेट के घोल में पतला कास्टिक का घोल मिलाने पर सफेद, मटमैला मांड जैसा अवक्षेप बनता है, जिसमे गाढ़ा कास्टिक का घोल मिलाने पर अवक्षेप पूर्णतया घुल जाता है। यदि जिंक सल्फेट की जगह पर मैग्नीशियम सल्फेट है तो अवक्षेप  नहीं घुलेगा।

5.उर्वरक का नाम - म्यूरेट ऑफ पोटाश


पहचान विधि-

  • सफेद कण, पिसे नमक तथा लाल मिर्च जैसा मिश्रण।
  • इसके कण नम करने पर आपस में चिपकते नहीं।
  • पानी में घोलने पर खाद का लाल भाग पानी में ऊपर तैरता है।

Comments

  1. बहुत ही उपयोगी जानकारी

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  2. Nice information thanks so much

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